मेरे भारत
मेरे भारत
देश हुए विदेश हुए
मेरे भारत सा देश न हुआ
वीर हुए बलिदान हुए
मेरे भारत सा वीर न हुआ
त्यागी हुए तपस्वी हुए
मेरे भारत सा दानी न हुआ
लाखों गए करोड़ों हुए
मेरे भारत सा सपूत न हुआ
संत हुए ज्ञानी हुए
मेरे भारत सा गुरु न हुआ
भक्त हुए भगवान हुए
मेरे भारत सा महान न हुआ
शासन हुए अनुशासन हुए
मेरे भारत सा प्रजा शासन न हुआ
राह हुए राहगीर हुए
मेरे भारत सा राही न हुआ
सह हुए सहायक हुए
मेरे भारत सा सदाचारी न हुआ
स्वर्ग हुए स्वराज हुए
मेरे भारत सा जहान न हुआ
स्वर्ण हुए स्वर्णपति हुए
मेरे भारत सा सोना खान न हुआ
इश्क हुए इजहार हुए
मेरे भारत सा मोहब्बत न हुआ
ईश हुए महेश हुए
मेरे भारत सा देश न हुआ।।