मेरा वतन
मेरा वतन
ए मातृभूमि सर झुका कर करती हूँ तुझको नमन
दुनिया मे है सबसे सुंदर ये मेरा प्यारा वतन
जिसके सर पर है रखा हिमगिरि का ताज है
नदियाँ बहती और हमेशा धोती रहती है चरण
रहते हैं सब धर्मो के लोग मिलकर प्यार से
है अलग बोली और भाषा मिलते हैं पर सब के मन
कितना हमको गर्व है कि हम तो भारतीय हैं
हर जनम में चाहूँ मै तो ये ही हो मेरा वतन