"मेरा संकल्प"
"मेरा संकल्प"
राष्ट्र समाज परिवार को मैं,
अपना जीवन अर्पित कर दूँ!
जीवन यह धन्य तभी होगा,
जीवन में मैं ख़ुशियाँ भर दूँ!!
तम अज्ञान से भरा है जीवन,
उनमें प्रकाश पुंज फैलाऊँ!
सत्पथ का संकल्प लिया है मैंने,
हे! प्रभु उसमें सफल बन पाऊँ!!
मात पिता के प्रति रहूँ समर्पित,
उनकी ख़ूब सेवा कर पाऊँ!
जब हो जाए वो वृद्ध अशक्त,
उनका संबल मैं बन जाऊँ!!
संतान के प्रति रहूँ समर्पित,
उनको मैं ख़ूब योग्य बनाऊँ!
बने भविष्य उज्ज्वल उनका,
तो दिल में सुकून मैं पाऊँ!!
जीवनसंगिनी के प्रति संकल्प,
सारी ख़ुशियाँ उसे दे पाऊँ!
मुझ को अर्पित जीवन उसका,
आजीवन मैं भुला न पाऊँ!!
मित्र के लिए हूँ संकल्पित,
सुख दुःख में काम मैं आऊँ!
गलत राह पर भटक गया हो,
सत्पथ मैं उसे दिखलाऊँ!!