मेरा प्यारा हिंदुस्तान
मेरा प्यारा हिंदुस्तान
जिसके शान को पूरे जग में,मिली एक अलग पहचान,
उस देश के हम हैं रहने वाले,वो मेरा प्यारा हिंदुस्तान !
देश की मिट्टी सोना उगले, जहाँ सद्गुणों की है खान,
वो प्राणों से प्यारा है देश,सदैव करें जिसका गुणगान !
सद्भावना समरसता का प्रतिमान रहा जहाँ विशेष,
धरा को हम माँ जैसा ही माने, वो मेरा भारत देश !
जान न्यौछावर करने को, तत्पर रहते हैं देश भक्त,
मानवता व प्रेम का ही सदा गूँजता रहता संदेश !
जहाँ जाति पाति मज़हब, के पालन का न प्रतिबंध,
कानून से देश चलाने को जहाँ संविधान में अनुबंध !
तानाशाही यहाँ न होकर फलित जहाँ पर लोकतंत्र,
जनता की ही चले हुक़ूमत, जनसेवक ही करे प्रबंध !
सत्य अहिंसा भारतवर्ष में सदैव रहा जहाँ बलवान,
मानव गरिमा का ख़्याल रखें, झुकने न दें स्वाभिमान !
अपने देश के आन की ख़ातिर हम मर मिट सकते हैं,
इस राष्ट्र के कण कण में मिले देशभक्ति का निशान !
उत्तर से लेकर दक्षिण तक फैला, प्रकृति का उपहार,
हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई में आपस में रहता है प्यार !
होली दीवाली ईद सभी में एक दूजे को गले हैं मिलते,
ऐसा मेरा देश भारत, हम करते हैं जिसकी जयकार !
सुख दुःख में जहाँ करते हैं सभी का हम सहयोग,
दूजे का नाम न लें बड़ो का काका दादा का प्रयोग,
दूजे की ख़ुशियों की लिए तन मन धन से रहें तैयार,
ऐसे इस देश में हम न करें कभी विषता का प्रयोग !