मेरा देश बदल रहा है
मेरा देश बदल रहा है
न जाने क्यों कुछ दिनों से मेरे देश की मिट्टी
एहसास दिलाती है के देश बदल रहा है;
यूं तो अर्थव्यवस्था में कोई बदलाव नहीं आया,
भारत अब भी विकासशील देश है,
पर देश की प्राचीन रीति पूरे
विश्व में प्रचलित हो गई, देश बदल रहा है।
यूं तो पूरे देश के मंदिर, मस्जिद,
गुरुद्वारा आदि धर्म स्थल बंद पडे़ हैं
लेकिन इंसानियत ने एक बार फिर जन्म लिया है
सबके साथ त्योहार बनाकर देश बदल रहा है।
यूं तो देश में गरीबों के साथ अन्याय अब भी है
लेकिन आज हर अमीर हर गरीब एक समान
बराबर अपने घरों में कैद होकर बैठा है देश बदल रहा है।
यूं तो स्वच्छता मिशन संपूर्ण तरीके से
सफल नहीं हुआ है अब तक
पर आज हर गली मोहल्ला चौराहा
दुकान को सेनीटाइज
किया जा रहा है बार-बार देश बदल रहा है।
यूं तो आधुनिक दवाइयों ने
अपने पैर पूरे विश्व में फैला दिए
परंतु एक बार फिर भारत का आयुर्वेदा,
घर के नुस्खे, योग पूरे विश्व में
प्रचलित हो गए; देश बदल रहा है।
यूं तो भारतीय शिक्षा प्रणाली में अब
भी रूढ़िवादी तरीके शामिल है
लेकिन आज शिक्षा अलग-अलग
आधुनिक तरीकों से पाई जा रही है, देश बदल रहा है।
यूं तो भारतीय स्वास्थ्य सुविधाएं
अब तक उच्चतर स्तर तक नहीं पहुंची है
लेकिन आज भारत पूरे विश्व में
दवाइयां पहुँचा रहा है, देश बदल रहा है।
यूं तो देश का गौरव उसकी सेना
बल के द्वारा पहचाना जाता है,
पर आज देश के डॉक्टर, सफाई कर्मी,
पुलिसकर्मी तिरंगे की शान बन गए, देश बदल रहा है।
