मेल-जोल
मेल-जोल
मैं परे नहीं
मैं पास नहीं
मैं अधिक नहीं
मैं क्षीण नहीं
मैं प्रवीण नहीं
मैं कर्माणि नहीं
मैं फूूल नहीं
मैं कली नहीं
मैं आतुर नहीं
मैं अनातुर नहीं
मैं मार्मिक नहीं
मैं धार्मिक नहीं
मैं तार्किक नहीं
मैं रूष्ट नहींं
मैं मेेल-जोल की
सहयोगी हूँ
मेरी परकाष्ठा
प्रेम है और
आखिरकार एकता है॥