मध्य का रास्ता
मध्य का रास्ता
इतने मीठे मत बनो कि चीटियां लग जाएं
इतने कड़वे मत बनो कि थू थू कर जाए
सीधे तने रहोगे तो काट दिए जाओगे
थोड़े तिरछे बने रहो कि सोचे आदमी पहले
इतना मत लूटो कि लुटेरे कहलाओ
बार बार मत माँगों कि कटोरे कहलाओ
सम्मान दो सज्जन को
ताकि बना रहे सज्जनता पर विश्वास
सिर मत चढाओ पापी को कि घर में घुस जाएं
मध्य का एक रास्ता, जैसा आदमी वैसा वास्ता
दुनियां से मतलब, दाल में नमक बराबर
नमक भर दोगे दाल के बराबर
खारे होकर फेंके जाओगे
इतने सीधे भी नहीं, कोई भी साध ले
इतने टेढे भी नहीं कि लोग भाग लें
मध्य का रास्ता जीने की कला है
सीधे, टेढ़े जियोगे, फिर जीवन बला है.
