मौसी (काली)
मौसी (काली)
सफेद गाढ़ा दूध देने वाली,
गर्मी में मिल जाती ,
नहाती काली कलूटी भैंसे
उस जोहड़ में।
बरसात का मटमैला पानी,
साफ होने को आता।
फिर मटमैला कर देती,
कम अक्ल , काली भैंसे।
सजाए जाते बैल , गाएं और बछड़े ,
गोवर्धन पूजा में
पूरा साल , बिना श्रृंगार ,
रह जाती हैं , काली भैंसे।
दूध गाढ़ा पीना, दही भी जोरदार चाहिए,
भैंस के घी की बात अलग है।
वही घी हर बार चाहिए।
काली है तो क्या?
भैंस को भी थोड़ा प्यार चाहिए।
काला अक्षर भैंस बराबर,
मेरे आगे बीन बजाना।
कितना अपमान सहू मैं ?
मौसी मुझे कब बनाओगे?
गाय को मां बनाया,
मैने भी तो दूध पिलाया।
मैंने भी तो दूध पिलाया।