मैं शिक्षक
मैं शिक्षक
मैं शिक्षक, मैं भविष्य निर्माता
कच्ची माटी में, बोऊँ सदगुण के बीज।
जो धीरे-धीरे... बन नवांकुर
बदल रहें हैं अपना आकार।
मेरी बगिया के, अनगिनत बीज,अनगिनत पौधे,
कर रहे हैं सुगंधित इस धरा को बन...
वैज्ञानिक, राजनीतिज्ञ,व्यवसायी,
वकील-खिलाड़ी, डॉक्टर-इंजीनियर ,
मैनेजर-कलाकार और कुछ मेरी तरह ही...
बन शिक्षक बन भविष्य निर्माता बोने लगे हैं
कच्ची माटी में, सदगुण के बीज।
