मैं कौन हूँ ?
मैं कौन हूँ ?
मैं कौन हूँ ?
मैं एक नारी हूँ,
एक माँ, एक पत्नी और एक बेटी हूँ।
मैं एक नारी हूँ,
जो कई बार टूटी, लेकिन फिर भी लड़ने से डरी नहीं हूँ।
मैं एक नारी हूँ,
ताकत से भरपूर, लेकिन कभी-कभी मैं कमजोर भी हूँ।
मैं एक नारी हूँ,
जब तक सफलता मिल न जाए, मैं बस निरंतर चलती हूँ।
मैं एक नारी हूँ,
कुछ ख़ामियाँ के साथ ही सही,मैं वफादार, ईमानदार और सच्ची हूँ।
मैं एक नारी हूँ,
कभी-कभी मुझे भी नहीं पता, मुझे क्या करना है,क्या मैं चाहती हूँ??
मैं एक नारी हूँ,
मेरा दर्द, आनंद, भय और आशा,
इसका हर अंश वास्तविक है, इन सबको अपने दिल में मैं समाएं बैठी हूँ।
मैं कौन हूँ ?
मैं एक नारी हूँ।
