मैं और जीवन
मैं और जीवन
जिंदगी हादसों की कहानी है
जिस्म जिसकी जिंदा निशानी है ।।
मिरे मामूल को न देखियेगा
ज़हद जिस्म की देखिएगा ||
मामला यूँ तो इतना
लम्बा नही खिंचता
बीच में अनगिनत असीसों
की चारदीवारी है ।।
दर्द को पीना होता है
तभी तो मानव जीता है
दर्द से हार जायेगा अगर
उस दिन बुझ जायेगा बशर
लड़ना गिरना उठना संभालना
और चलना फिर दौड़ना होता है
सब कुछ सह कर के भी
जीना होता है
दर्द को पीना होता है
तभी तो मानव जीता है ।