मायने स्वतंत्रता के
मायने स्वतंत्रता के
आज बदल रहा है परिवेश,
और बदल रहे हैं अब दायरे;
धीरे धीरे बदल रहे हैं हम,
और हमारी आजादी के मायने !
देश को आजाद हुए कई अरसे,
इंसा वैचारिक स्वतंत्रता को तरसे !
सत्ता दल किसी का भी क्यों न हो,
निडर होकर सब निकल सकें घर से !
लोकतंत्र का है बहुत गूढ़ संवाद,
इसे ना बनने दें सिर्फ व्यक्तिवाद!
अपितु सदा जनहित में किए जाएं कार्य,
सर्वउत्थान है सर्वोपरि ना बनाएं विवाद।
