STORYMIRROR

Neerja Sharma

Abstract

3  

Neerja Sharma

Abstract

मातृत्व

मातृत्व

1 min
12.2K

नारी जीवन 

प्रभु की अद्भुत कृति 

उस कृति की अद्भुत कृति 

उसका बच्चा जीवन की सार्थकता

नारी जीवन की सम्पूर्णता की पहचान ।

यह कृति दिलाती उसे नाम माँ

जीवन माँ का समर्पित होता 

अपने बच्चे के नाम

उसके सुख-दुख

पर कुर्बान।

कुर्बानी

स्वार्थ रहित 

बस जीवन सँवारने को 

जिंदगी उस पर सारी लगा दी 

बदले में कुछ भी न चाहा किसी से

प्रभु से बच्चे की लम्बी उम्र की दुआ चाहे 

न सोचा ये बच्चे साथ रहेंगें 

कहीं प्रदेश निकल जाएँगे 

बस माँ बूढ़ी आँखों से 

राह तकती निहारे 

बेटे आन- आस

देखूँ एक बार।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Abstract