मां
मां
यूं तो प्रेम के रूप कई हैं
पर मैंने समझा उसे तुम्ही से मां,
यूं तो आकाश का कोई छोर नहीं,
पर तुम्हारे स्नेह से समझा मैंने अनंत का अर्थ...
यूं तो दुनिया ने बहुत रंग भेद सिखाया मां,
पर तुमने पढ़ाया मुझे प्यार के हैं कई रंग
और बताया हर रंग है सुंदर...
यूं तो दिल को तोड़ने वाले बहुत मिले ,
मगर तुमने सिखाया दिलों को जोड़ना
और सबके साथ प्रेम से रहना ।