गांव की स्त्रियां
गांव की स्त्रियां
मुझे यकीन है गांव की स्त्रियां...
एक दिन ऐसा इतिहास रचेगी
जिसे पढ़कर गांव की बच्चियां
अपने स्वप्न को साकार करने के लिए
समाज की बेड़ियां तोड़कर आगे बढ़ेंगी
और भर सकेंगी अपना मनचाहा रंग
अपने आंखों में पनप रहे सपनों में !!