माँ शारदे
माँ शारदे
माँ शारदे! भव तार दे,
जीवन का मुझको सार दे।।
विद्या विनय की दायिनी,
विद्या मनुज की कारिणी।
ज्ञान अरु विज्ञान दे माँ!
मुझको जीवन सार दे।
माँ शारदे! भव तार दे,
जीवन का मुझको सार दे।।
कमल आसन हंस वाहन,
सित कमल सम मुख तुम्हारा।
मेरे मानस तुम विहारो,
बुद्धि का उपहार दे ।
माँ शारदे! भव तार दे,
जीवन का मुझको सार दे।।
स्वरमयी वीणा बजाकर,
गीत का सृजन सिखाती।
हृदय में नव गीत भरकर,
गीतमय संसार दे ।
माँ शारदे! भव तार दे,
जीवन का मुझको सार दे।।
कलुष सारे मम मिटाकर,
मन को निर्मल तुम बनाओ।
शुभ्र ज्योति उर जलाकर,
मुझको सद्विचार दे।
माँ शारदे! भव तार दे,
जीवन का मुझको सार दे।।