STORYMIRROR

Nandu vistar

Romance

3.5  

Nandu vistar

Romance

माही तेरा नाम लेता हूँ...

माही तेरा नाम लेता हूँ...

1 min
98


मैं बहारों में तेरा नाम लेता हूं,

दिन तो क्या सुबह शाम लेता हूँ,

पर मिलता न बहाना तुझसे मिलने का,

इसीलिए बस एक जाम तेरे नाम लेता हूँ ।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Romance