लक्ष्य
लक्ष्य
जो आया है, वही लक्ष्य है,
जो चला गया वह अलक्ष्य है।
जो करना है वो अभी करना है,
पीछे मुड़के अब नहीं देखना है।
अपने रास्ते को पहचानना है।
अपनी मंजिल को पाना है,
चलना है सुबह शाम,
न रूकना है, न झुकना है।
जो बीत गया वो व्यर्थ है,
जो आ रहा है वही जीत के समर्थ है।
पीछे चलने वालों को जीत नहीं मिलती है,
आगे बढ़ने वालों को हार नहीं मिलती है।
