लड़की का जीवन
लड़की का जीवन
जब जन्म लिया तो कहां सोचा था कि,
जिंदगी इतने दर्द देगी।
लड़की बनाकर सारी,
खुशियां ही छीन लेगी।
अरे! लोगो के एशो आराम ,
तो यूं खो जाते हैं।
शादी के बाद अपने भी,
पराये हो जाते है।
यहां तो जन्म होते ही,अपनों
ने पराया कर दिया था।
प्यार से थामने के
बजाय,
वही सपना सब से पहले तोड़ा था।
खुले में जीना था, वो चार दीवारो में कहीं
खो गई।
