STORYMIRROR

क्योंकि लड़के रोते नहीं

क्योंकि लड़के रोते नहीं

1 min
383


बच्चों में है चंचलपन

इन्हीं में है नटखटपन

दिल खुश हो जाता है

बच्चा सामने आता है


घर-आंगन किलकारी 

मातु-पिता के मनुहारी

पैसे इनके होते नहीं

क्योंकि लड़के रोते नहीं।


न कोई चिंता न चिंतन

खुशी भरा होता क्रंदन

छोटे-छोटे सपने रखते

कल्पित भाव में करते


झुंड़ बना खेलते-कूदते

चिड़ियों जैसे फुदकते

खुले मिज़ाज के होते हैं

क्योंकि लड़के रोते नहीं।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Abstract