STORYMIRROR

RAMESH KUMAR SINGH RUDRA रमेश कुमार सिंह रूद्र

Others

2  

RAMESH KUMAR SINGH RUDRA रमेश कुमार सिंह रूद्र

Others

बौनी उड़ान

बौनी उड़ान

1 min
332

थोड़ा सा यश मिलता है,

उड़ने लगते आसमान में।

विचार भाव बदल जाते,

पैर नहीं पड़ते ज़मीन पे।


पद प्रतिष्ठा पाकर उमड़ते,

सम्पत्ति ऐश्वर्य से अकड़ते।

किसी को कुछ न समझते,

कैसी सोच बन गई सबकी,

पैसे के आगे रंग बदलते।


कहते अपनी ऊंची सोच है,

कार्य इनके नीची सोच की।

ऊंची उड़ान के अंदर पैदा

बौनी उड़ान का करतब है

बदल गया इतना इंसान

बेच दिया अपना ईमान।


Rate this content
Log in