कुछ दोस्त बड़े पुराने हो गए
कुछ दोस्त बड़े पुराने हो गए
कुछ दोस्त जो बड़े पुराने हो गए
आज पता चला वो बेगाने हो गए
जो कल तलक हमारा पता हुआ करते थे
आज वही उनके ठिकाने हो गए
कल वो भी बाग़ी थे हम जैसे
कुछ दिनों से चमचे खास वाले हो गए
हमारी रुखसती बस अब दूर नहीं
इसीलिये हमारे बिना दावत खाने हो गए
जिन्हें हम अपना भरत कहा करते थे
वो न जाने कब पथिक अनजाने हो गए
उंगली पकड़ के जिसने चलना सीखा था
लगता है वो भी अब सयाने हो गए.