STORYMIRROR

Maharudra Popade

Inspirational

3  

Maharudra Popade

Inspirational

कर्मयोगी

कर्मयोगी

1 min
48

कर्म ही जीवन, कर्म ही पूजा

कर्मसे बढकर कोई न दुजा!!


तू ही ईश्वर, तू ही मसीहा

ज्ञान का सागर, तुम बिन अधुरा!!


कर्म करते, करते जाना

जीवन नैय्या, पार लगाना!!


चारो ओर ही, सुख-दुख की छाया।

उस में तू है, तू आप में समाया!!


तू ही दाता, तू ही त्राता

तू ही हमारा, भाग्यविधाता!!


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Inspirational