करम
करम
सुनी है किसने वो रातों की सरगोशी
वो तारों की झिलमिल किसने सुनी है
न है कहीं जन्नत, न है नरक का रास्ता
जो है वो यहाँ है हाँ यहीं है, यहीं है।
सुनी है किसने वो रातों की सरगोशी
वो तारों की झिलमिल किसने सुनी है
न है कहीं जन्नत, न है नरक का रास्ता
जो है वो यहाँ है हाँ यहीं है, यहीं है।