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मिली साहा

Abstract

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मिली साहा

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कोरोना वैक्सीन

कोरोना वैक्सीन

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कोरोना तूने बहुत आतंक मचाया,

अब मरने के लिए तू हो जा तैयार,


तेरी ये मनमानी अब नहीं चलेगी,

वैक्सीन आ गया बन के हथियार,


एक-दो नहीं पूरे तीन,

तू अपने गिन ले दिन,


तीनों वैक्सीन मिलकर तेरा करेंगे खात्मा,

बहुत रुलाया तूने अब कांपेगी तेरी आत्मा,


तूने किया है हमें बहुत मजबूर,

अब वैक्सीन तोड़ेगी तेरा गुरुर,


कोरोना योद्धाओं की होगी जय जयकार,

वायरस कैसे बचेगा तू होगा तेरा बंटाधार,


बंद करके हमें घरों में तू खुश हो जाता है,

अब देख यह वैक्सिंग कैसे तुझे रुलाता है,


वैक्सीन करेगा अपना काम तू पहुंच जाएगा अपने धाम,

कहीं नहीं मिलेगी शरण तुझे अब बुरा होगा तेरा अंजाम,


अब वैक्सीन बनेगा हमारा रक्षा कवच,

पूरी दुनिया से खत्म होगा तेरा यह टच,


हमारे देश की अर्थव्यवस्था को कर दिया है तूने ध्वस्त,

मानवता के दुश्मन कोरोना अब बच सकता है तो बच,


जन- जन में होगा टीकाकरण हो जाएंगे सभी सुरक्षित,

फिर करोना तेरा इस दुनिया में रहना हो जाएगा वर्जित,


अफवाहों में ना देंगे ध्यान बिना डर वैक्सीन लगवाएंगे,

कोरोना नामक इस असुर को निकाल कर बाहर फेंकेंगे,


अब जल्द ही कोरोना वायरस से मुक्त हो जाएगा संसार,

कोरोना की वैक्सीन ही अब करेगी हम सभी का उद्धार।


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