कोरोना जंग
कोरोना जंग
वैश्विक विपदा की घड़ी आई
हम निज हौसले न पस्त करें।
आओ प्यारे भारत वासियों
दुष्ट कोरोना को ध्वस्त करें।
रहिए घरों के ही भीतर
अभी है एक लक्ष्मण रेखा।
यदि पार किया इसको तो
नया सूरज किसने देखा।
घर में खुद को व्यस्त करें
दुष्ट कोरोना को ध्वस्त करें।
नहीं घूमना अभी बाज़ार
कुछ दिन कम में जी लें।
हाथों को धोएं बार-बार
ज़्यादा गर्म पेय ही पी लें।
तनिक मन को त्रस्त करें
दुष्ट कोरोना को ध्वस्त करें।
स्वीगी जमैटो और मैक डी
बिसरा दें तो अच्छा ही है।
कोरोना है चरमोत्कर्ष पर
नहीं समझना बच्चा ही है।
घर के भोजन के संग में
खुद को ज़रा अभ्यस्त करें
दुष्ट कोरोना को ध्वस्त करें।
देश का मुखिया रहा पुकार
इक्कीस दिन का है संकल्प।
सब मिल करें कोरोना जंग
तब हो शायद कायाकल्प।
जीवन बड़ा अनमोल है बंधु
यूँ न इसे अस्त- व्यस्त करें
दुष्ट कोरोना को ध्वस्त करें।
