STORYMIRROR

Amit Kumar

Inspirational

2  

Amit Kumar

Inspirational

कोई मर गया

कोई मर गया

1 min
204

कोई मर गया

या मार दिया

इस सवाल के

बहुत से ज़वाब है

सच कहुँ तो

यह सवाल ही

अपने आप में

एक मुक़म्मल ज़वाब है

कोई मर गया

उसको मरना ही था

इसीलिए मर गया

क्या फ़र्क़ पड़ता है

मारा गया या

फिर अपनी मौत मरा

लोग सवाल उठा रहे है

उनको सवाल उठाने होंगे

उन्हें सवाल उठाने ही चाहिए

उनका काम ही क्या है ?

जब वो ज़िंदा था

तब उसकी मौत की मांग

कर रहे थे यही लोग

उसकी मौत की गुहार

लगाने वाले ही

अब उसके हितेषी

बन उठ खड़े हो रहे है

अरे! मर गया.....मर गया

मरने दो हरामी को

तुमको क्या?

अब क्या उसकी मौत पर

अपनी सियासत की रोटियां सेकोगे

बाज आ जाओ

तुमने कब किसका

साथ दिया है

न उसका दिया

जिसको ज़िंदा जलाया गया

करके तार-तार अस्मिता के उसकी

और धरने और प्रदर्शन की

धमकी दे रहे हो........



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Inspirational