किताबी जिन्दगी
किताबी जिन्दगी


कुछ इस तरह से कटी है जिंदगी,
जैसे किताब के पलटे है पन्ने,
कोई किरदार मुझे में मौजूद था,
कोई शख्स मेरी परछाई निकला,
तुम भी कहीं मिलोगे इस किताब में
तुम ही दोगे जवाब मुझे।
कुछ इस तरह से कटी है जिंदगी,
जैसे किताब के पलटे है पन्ने,
कोई किरदार मुझे में मौजूद था,
कोई शख्स मेरी परछाई निकला,
तुम भी कहीं मिलोगे इस किताब में
तुम ही दोगे जवाब मुझे।