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Hardik Mahajan Hardik

Abstract Tragedy Inspirational

4.5  

Hardik Mahajan Hardik

Abstract Tragedy Inspirational

किसान

किसान

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दूसरों का पेट भरने के लिए

किसानों को भूखे पेट खेतों

में काम करते देखा।


अपने बच्चों की भूख मारकर,

अन्न को बजारो में बेचते देखा।

बंजर जमीन को अपने मेहनत

से उपजाऊ बनाते देखा।


ऐसे किसान को हमने मेहनत 

करते देखा।

अगर किसान ना हो तो,

दुनिया भूखे पेट मर जाए।

खेतों में जो फसल लहराती है।

वो डूब जाए।


और कभी बाढ़ आंधी आ जाए 

तो।

बिचारे किसान का तो बेड़ा गर्ग 

ही हो जाए।

अगर किसान कभी काम करते

करते मर जाए।


कोई पूछने उनके घर तक ना जाए।

जो सालों साल से दुनिया का पेट 

भरता आया है।

उसके बच्चे बिचारे भूखे मर जाए।


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