"किसान" : भारत की शान !
"किसान" : भारत की शान !
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खेत जोतता फसल उगाता
हरियाली वो फैलाता हैं ,
गेहू, चावल अनाज उगाकर
अन्नदाता सबका कहलाता है !
तपती मिठ्ठी कंकर से
सृष्टी सुंदर बनाता है ,
धूप में तप ता छांव मे खिलता
कभी बारिश में भीग जाता है !
आंधी तूफान भंवर में फँसता
कभी चट्टानों से टकराता है,
फूल, फल और फसल उगाकर
मां धरती को सजाता है !
एक-एक रुपया जोड़-जोड़ कर
फुरसत से त्यौहार मनाता है,
खुद के बलबुते पर थमकर
अपना परिवार संभालता है !
अपनी भूख और प्यास भुलाकर
जनता को प्यार से खिलाता है,
सभी को दिल से प्यार बांटकर
"भारत" की शान कहलाता है !