खुशियों के पल जीना बहुत जरूरी है
खुशियों के पल जीना बहुत जरूरी है
खुशियों के पल जीना बहुत जरूरी है
छूट जाए कोई काम जरूरी
पर ना छूटे वो लम्हा
जो जीने के लिए ज़रूरी है
जीवन को आनंद बना लो
नहीं ये कोई मजबूरी है
जान बूझ पागलपन करना
सोच समझ नादानी करना
नन्हें-नन्हें पल जोड़ कर जी लेना
मंत्र खुशी का यही है
ए दिल जीवन ही कस्तूरी है
हर पल महक के सुनो सजग हो
कुदरत का कतरा कतरा
हर हर पल हमसे कुछ कहता है
अनजाने में बोझ समझकर
जो जीवन को ढोता है
नहीं समझता है इसकी कीमत
जाने क्या क्या सहता है
बच्चा बनकर देखो एक पल
जीवन बहुत सलोना है
इसीलिए खुश है ये बच्चे
पास बहुत है कुदरत के।