घायल ना हो कोई ह्रदय
घायल ना हो कोई ह्रदय
घुट घुट कर जीने से अच्छा कोई पाप करें
जीवन को जाया ना कर के मन को साफ करें
घायल ना हो कोई ह्रदय अपना या पराया
औरों से इंसाफ करें खुद से इंसाफ करें
कुछ ना करके लंबा जीवन क्यों हम व्यर्थ जियें
कुछ तो करें भला बुरा ना पश्चाताप करें
गलती जितने की ना हो ऐसा कोई इंसान नहीं
जिससे पाप हुआ ना हो ऐसा कोई भगवान नहीं
डर डर कर जीने से अच्छा बस इस बार मरें
मन सुंदर दृष्टि सुंदर सुंदर संसार करें।