खुद की तलाश
खुद की तलाश
तेरी मुस्कुराहटों में
खुद को खोज रहा हूँ,
तेरी यादों में
मैं खो सा रहा हूँ,
तुम याद भी
नहीं करती हो मुझे,
और मैं हूँ के सिर्फ
तुम्हारा नाम लेकर सो रहा हूँ,
दर्द भरी ये रातें कैसे गुज़र रही हैं,
ये सिर्फ मैं जानता हूँ,
तुम्हारी गैर मौजूदगी में
मैं खुद से हर जंग हारता हूँ,
तुम्हारा साथ तो जैसे मेरे लिए
किसी फरिश्ते के समान है,
हो तुम्हे मिलने तक से ही
मैं खिल खिला सा जाता हूँ,
पर तुम साथ जो नहीं हो मेरे
मैं खुद को खो सा रहा हूँ।