कहते है हम उसे नारी शक्ति
कहते है हम उसे नारी शक्ति
पैदा होते ही करती है वो संघर्ष
कभी अपनी जान बचाने के लिए
तो कभी अपने सम्मान पाने के लिए
जिंदगी बर समाज से है वो लड़ती
गिरती फिर उठती
मगर हार नही मानती
कभी वो बनती दुर्गा तो कभी काली
संघर्ष जिंदगी बर करती
कभी वोह है माँ
तो कभी है वो बेटी
कहते है हम उसे नारी शक्ति
लड़ती है वोह डट कर पुरुषों से
हमेशा दूसरों के लिए है वो जीती
बलिदान है वो देती
कभी हार नही मानती
कहते है हम उसे नारी शक्ति
गिर कर हार कर चोट खा कर भी
खड़ी हो जाती है वो
दर्द मे भी मुस्कुराती
उसे कहते हैं हम नारी शक्ति
नमन है हर उस नारी को
जिसने अपने परिवार के लिए बलिदान दिया
जिसने अपने दिल पर पथ्थर रख
अपनी औलद को देश के लिए बलिदान दिया
कहते हैं हम उसे नारी शक्ति!