STORYMIRROR

Mukesh Modi

Inspirational

4  

Mukesh Modi

Inspirational

खोया हुआ मनोबल पाओ

खोया हुआ मनोबल पाओ

1 min
129


*खोया हुआ मनोबल पाओ*


हमारा हर उद्देश्य केवल मनोबल सफल बनाता

मनोबल का अभाव असफलता महसूस कराता


मनसा वाचा कर्मणा जब पवित्र बनते जाओगे

उतना ही मनोबल अपने अन्दर बढ़ता पाओगे


सर्दी गर्मी हर मौसम अनुसार तुम ढ़लते जाओ

विरोध अपमान उपहास रूपी कष्ट सहते जाओ


मन बुद्धि के अन्दर बैठे कुसंस्कारों को मिटाओ

अपना चरित्र श्रेष्ठ बनाकर दिव्य शक्तियां पाओ


दुर्गुण एक बीमारी हमें अन्दर बाहर से जलाती

हमसे दुर्व्यवहार कराकर विपत्तियों में फंसाती


मन में बैठे दुर्गुण कर देते मनोबल को कमजोर

दुर्गुण मिटाने के लिए पकड़ो राजयोग की डोर


अपना स्वभाव तुम सद्गुणों से भरपूर बनाओ

आत्म कल्याण की राह सच्चे मन से अपनाओ


शुद्ध विचारों द्वारा अशुद्ध विचार काटते जाओ

यही कला सीखकर खोया हुआ मनोबल पाओ।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Inspirational