कब तुमसे प्यार हूआ
कब तुमसे प्यार हूआ
कब तुमसे प्यार हूआ दिल को पता ही नहीं
क्या कहूं जानम तुम्हारे बीन मजा ही नहीं !
जागे सोते तेरा सपना देखूं
हर पल मै तुझे देेखता रहूं
ख्यालोंं मेंं मेरे तू ही हो,
खो जाऐ ना प्यार कही
क्या कहूं जानम तुम्हारे बीन मजा ही नहीं !
लम्बी लम्बी गेसुओं में, एक चेहरा छुपा है
ओ चेहरे ने अक्सर, खुदको रोका है
तू है मेरी जानेमन, तुमसे कह पाया नहीं
क्या कहूं जानम तुम्हारे बिन मजा ही नहीं !