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Ranjeet Jha

Abstract

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Ranjeet Jha

Abstract

कब बारिश हुई?

कब बारिश हुई?

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पानी ठहरता नहीं तारकोल के सड़कों पर

बह जाता है, सूख जाती है सड़क 

पता नहीं चलता कब बारिश हुई?


नहीं जमता पानी सीमेंटेड गलियों में 

गमलों में, छतों पर 

पता नहीं चलता कब बारिश हुई?


और तो और आवाज़ भी नहीं आती

खपरैलों से बूंदों के गिरने की

पता नहीं चलता कब बारिश हुई?


बादल नहीं दीखते पुरबईया नहीं बहती 

खेत नहीं धान के जिसके जड़ों में जमता था पानी 

पता नहीं चलता कब बारिश हुई?


या हमें पता नहीं चलता 

ऑफिस के सालाना टर्नओवर में 

सुखा देते हैं हम औरों के ज़ेब का पानी

पता नहीं चलता कब बारिश हुई?


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