Sneha Kale
Classics Inspirational
कान्हा की आँखें है प्यारी प्यारी
जिसपे हर गोपी भयी दिवानी
कान्हा के मुख पे हंसी जो आए
गोपियोंका सूद-बुद खो जाए
कान्हा जब मुरली बजाए
गोपियां दौडी चली आए
कान्हा जब माखन चुराए
गोपियों का मन भी चुराए।
मेरा यार
बेटिया
कान्हा
प्रेम करना सरल है परन्तु जीवन भर प्रेम करना कठिन है। प्रेम करना सरल है परन्तु जीवन भर प्रेम करना कठिन है।
मां और बाबा एक आधार हैं हमारे। मां और बाबा एक आधार हैं हमारे।
ग़रीब , पिछड़ा, दलितों का मर्म को भेद कर अपनी सत्ता को हासिल करता राजनेता….. l ग़रीब , पिछड़ा, दलितों का मर्म को भेद कर अपनी सत्ता को हासिल करता राजनेता….. l
अपने शौक से प्यार करो, अपने लक्ष्य से प्यार करो। अपने शौक से प्यार करो, अपने लक्ष्य से प्यार करो।
रग-रग में बिजली दौड़ जाए मैं ओ चिंगारी भरने आया हूँ। रग-रग में बिजली दौड़ जाए मैं ओ चिंगारी भरने आया हूँ।
जो छुपते हैं पर्दे की आड़ में ऐसे डरपोक की वही सजा है।। जो छुपते हैं पर्दे की आड़ में ऐसे डरपोक की वही सजा है।।
अच्छा बुरा हर सफर प्यारा अपने गम में भी। अच्छा बुरा हर सफर प्यारा अपने गम में भी।
सीढियां चढ़नी यहाँ सबको ही है मगर पहुँच रहा शीर्ष वही जिसके पैर और हैं। सीढियां चढ़नी यहाँ सबको ही है मगर पहुँच रहा शीर्ष वही जिसके पैर और हैं।
भारत रत्न तो थी ही वो पर विश्व रत्न था कण्ठ मे उनके। भारत रत्न तो थी ही वो पर विश्व रत्न था कण्ठ मे उनके।
सर झुकाकर सलाम करने में कौन सा गुनाह लिख रखा है ? सर झुकाकर सलाम करने में कौन सा गुनाह लिख रखा है ?
निस्वार्थ प्रेम का पाठ पढ़ाते सूरजमुखी के फूल बड़े प्यारे। निस्वार्थ प्रेम का पाठ पढ़ाते सूरजमुखी के फूल बड़े प्यारे।
स्मृतियों के मंदिर विरह की आरती मन निर्भय न शांत बस अपना ही दुख। स्मृतियों के मंदिर विरह की आरती मन निर्भय न शांत बस अपना ही दुख।
बहुत उदास है आज ये मन पैर पसार रहा खालीपन। बहुत उदास है आज ये मन पैर पसार रहा खालीपन।
पर समझता वही है जिसने, खुद चोट खाया है।। यकीनन मुश्किल है बहुत। पर समझता वही है जिसने, खुद चोट खाया है।। यकीनन मुश्किल है बहुत।
फैली है चारो तरफ, जन जन में जो दूरी आपसी ईर्ष्या द्वेष, तू ही जरा कम कर दे। फैली है चारो तरफ, जन जन में जो दूरी आपसी ईर्ष्या द्वेष, तू ही जरा कम कर दे।
क्या बच्चा क्या बूढ़ा "लक्ष्य" क्या आदमी क्या जनाना है। क्या बच्चा क्या बूढ़ा "लक्ष्य" क्या आदमी क्या जनाना है।
लिख दे तु मेरा हमसफ़र उन्हें ख़ुदा तो जिंद़गी बदल जाएं। लिख दे तु मेरा हमसफ़र उन्हें ख़ुदा तो जिंद़गी बदल जाएं।
जो व्यवसायिक जीवन में मेरे काम आते हैं। जो व्यवसायिक जीवन में मेरे काम आते हैं।
जैविक खेती से नाता जोड़कर जीवन को समृद्धि की ओर मुख मोड़े।। जैविक खेती से नाता जोड़कर जीवन को समृद्धि की ओर मुख मोड़े।।
वेद की वर्णमालाओं में उलझा एक पाँचवा वेद, प्रेम वेद। वेद की वर्णमालाओं में उलझा एक पाँचवा वेद, प्रेम वेद।