काम
काम


कुछ किये बीना खाने को
इक निवाला भी नहीं मिलता
धन दिये बीना मौत का भी
सामान नहीं मिलता
बैठो पल दो पल
ईश्वर का नाम लो
कुछ किये बीना ईश्वर भी
मेहरबा नहीं होता
सीख लो लेनदेन तुम
चींटियों से भँवरों से
करते है काम बीना शर्त के
शहद भी नहीं मिलता
चलाओगे हाथ पाँव
तो मिलेगा आसरा भी
बैठे बैठे यूही कोई
अमीर नहीं बनता