काल पुरुष
काल पुरुष


जीवन अदृश्य शक्ति आशीर्वाद काल समय नियति नीति का
निर्धारित अवसर उपलब्धि का वर्तमान।।
अवसर उत्सव देश समाज वर्तमान इतिहास संग निर्बाध पल प्रहर कि कठिन चुनौती संग्राम।।
संस्कृति का आचरण संस्कृति संस्कार युग युगांतर युगात्म नियति की बात परिवर्तित कर रचता एक नया समय काल।।
रचनात्मकता की अविरल निर्झर निर्मल धारा अविनि अम्बर कीआवाज़ वर्तमान झंझावत प्रश्नों का उत्तर भविष्य का नव प्रभात।।
स्वर शब्द कर्म धर्म कर्तव्य बोध जीवन अनुराग मात्र युग कि नव परिभाषा पहचान पराक्रम का पृरुषार्थ।।