क से कौआ
क से कौआ
क से काली नहीं, कौआ,
प से पार्वती नहीं, पाड़ा।
भ से भोलेनाथ नहीं भैंस,
और ग से गणेश नहीं गिद्ध।
काली का क उतना ही है,
जितना की कौए का।
पार्वती का प उतना ही है
जितना की पाड़े का।
फिर भ से भोलेनाथ क्यों नहीं ?
और क्यों नहीं ग से गणेश ?
क्योंकि, कौए, पाड़े, भैंस और गिद्ध,
किसी एक धर्म के नहीं,
बल्कि सारे धर्मों के हैं ,
धर्म निरपेक्ष।