STORYMIRROR

Pradeepti Sharma

Abstract

4  

Pradeepti Sharma

Abstract

जज़्बा

जज़्बा

1 min
210


जज़्बा क्या है? 

एक अटूट विश्वास, 

ना ही सिर्फ़ खुद पर, 

दिव्यता के काल संचालन पर भी, 

और है वो आराधना करना, 

एक पवित्र और प्रेमपूर्ण हृदय से, 

जज़्बा है ये समझना, 

कि जो है हमारे प्रत्यक्ष, 

वो पल सबसे अमूल्य है, 

उसे पूर्णतः जीना है, 

मगर कैसे? 

उस पल को भर दो, 

जगमगाती ऊर्जा से, 

सुगन्धित भावों से, 

मधुर शब्दों से, 

जो फैला दे ये उमंग, 

आस पास हर किसी में |



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Abstract