अलौकिक स्नेह की सुगन्ध, चारों और फैलाओ। अलौकिक स्नेह की सुगन्ध, चारों और फैलाओ।
बस दिव्यता का दर्शन हो जाता है, बस दिव्यता का दर्शन हो जाता हैं। बस दिव्यता का दर्शन हो जाता है, बस दिव्यता का दर्शन हो जाता हैं।
सब करे एक संकल्प जीवन हमारा साकार। सब करे एक संकल्प जीवन हमारा साकार।
पाखण्डों से न तो दिव्या आती है न ही इसका रास्ता साफ होता है। पाखण्डों से न तो दिव्या आती है न ही इसका रास्ता साफ होता है।
जज़्बा क्या है? एक अटूट विश्वास, ना ही सिर्फ़ खुद पर, दिव्यता के काल संचालन पर भी! जज़्बा क्या है? एक अटूट विश्वास, ना ही सिर्फ़ खुद पर, दिव्यता के काल स...
रहने मत दो अवगुण का, जीवन में एक भी अंश। रहने मत दो अवगुण का, जीवन में एक भी अंश।