जश्ने आजादी
जश्ने आजादी


आओ सब मिलके आजादी का जश्न मनाए
फिर से खुले आसमान में तिरंगा लहराए
राष्ट्रगान फिर एक सुर में सब गाए
कुछ इस कदर ये जश्न मना जाए
इस आजादी का अलग ही शुमार है
सबके दिल पे छाया इसका खुमार है
देशभक्ति की ये झलक सिर्फ मेरे भारत में है
सरफरोशी की तमन्ना हमारी चाहत में है
तीन रंग मिलके मेरा भारत बना है
हर कोम का सिपाही सरहद पर तना है
ये जश्न कभी फीका ना पड़ने देना
फक्र से भारत का नाम तू लेना।