जीत का जोश
जीत का जोश
है खड़ी आकर सामने अपार जल की धार,
परेशान इंसान है यह सोच के की कैसे करें इसे पार,
ना हो रही थी हिम्मत,
और ना थी जोश मन में,
क्या करें सोच कर घबरा बैठे घर में,
तब ईश्वर से की उसने प्रार्थना,
तो सुन लिया उन्होंने इंसान का पुकार,
बोले आकर धरती पर करो इन पर निडरता सहित वार,
अवश्य जीत हासिल करोगे,
जब तुम लाओगे खुद में हिम्मत और साहस।