JAY BHIMANI
Romance
अपने जख्मों को आज कल खुद ही सीना पड़ता है,
शायद एक तरफा प्यार में ऐसे ही जीना पड़ता है।।
#SeedhiBaat
बापु बलिदानी
ज़िंदगी की बं...
ज़ख्मी शीशा
प्रेरणा स्त्र...
और हम तो उसे देखकर ही बिक जाते हैं। और हम तो उसे देखकर ही बिक जाते हैं।
नहीं है ये जिस्मों वाला प्यार नहीं है ये जिस्मों वाला प्यार
कि फिर कभी उलझने न पाए ओ मेरे हमसफर कि फिर कभी उलझने न पाए ओ मेरे हमसफर
बस एक तू ही लाजमी है मेरे लिए इस जहां में! बस एक तू ही लाजमी है मेरे लिए इस जहां में!
तुमने चुन ली डगर रोशनी थी जिधर, मन में मेरे ही बस रह गयी ये कसक, तेरे मेरे बीच में।। तुमने चुन ली डगर रोशनी थी जिधर, मन में मेरे ही बस रह गयी ये कसक, तेरे मेरे...
सब पुछते हैं क्या हुआ? न कह पाते हैं न सह पाते हैं। सुनना पड़ता है... पगला गई है... क्या य... सब पुछते हैं क्या हुआ? न कह पाते हैं न सह पाते हैं। सुनना पड़ता है... प...
हर कोई खो जाए जब, सावन की बहार छाये हर कोई खो जाए जब, सावन की बहार छाये
खुशनसीब है वो, जिसके पास ज़िंदगी जन्नत बना देना वाला साथी हो । खुशनसीब है वो, जिसके पास ज़िंदगी जन्नत बना देना वाला साथी हो ।
मैं कुछ भी सोचूँ क्यूँ बीच में बहते रहते हो नामों का दरिया बहता है मेरे भीतर । मैं कुछ भी सोचूँ क्यूँ बीच में बहते रहते हो नामों का दरिया बहता है मेरे भीतर...
हमारी सेहत कुछ ठीक नहीं। तुम्हारा दीदार कब होगा अब ये सवाल है।। हमारी सेहत कुछ ठीक नहीं। तुम्हारा दीदार कब होगा अब ये सवाल है।।
जी भर पिया , हलाहल , रोक ले मुझे , नहीं ऐसी ताकत ज़माने की। जी भर पिया , हलाहल , रोक ले मुझे , नहीं ऐसी ताकत ज़माने की।
गुज़र जाए रात यूं ही, एक दूसरे की बात में। गुज़र जाए रात यूं ही, एक दूसरे की बात में।
तुम्हारा मुझे पुकारना दिल के तारो को छेड़ गया । तुम्हारा मुझे पुकारना दिल के तारो को छेड़ गया ।
कब मेरी शरियत के बिन इकतिला कव्वाम(संरक्षक) बन गए, तुम। कब मेरी शरियत के बिन इकतिला कव्वाम(संरक्षक) बन गए, तुम।
तुम मेरी यादों को संजो के एकांत को हर लेना तुम मेरी यादों को संजो के एकांत को हर लेना
बड़ा ही नाज़ुक रिश्ता है आप इसे क्यों बढ़ाना चाहते हो बड़ा ही नाज़ुक रिश्ता है आप इसे क्यों बढ़ाना चाहते हो
मील के पत्थर सा मिलूँगा तू चाहे जिस रास्ते से जा मील के पत्थर सा मिलूँगा तू चाहे जिस रास्ते से जा
आंंखों से देखते रहे आसमान को, और कहे कि बरसते रहो तप्त है हम। आंंखों से देखते रहे आसमान को, और कहे कि बरसते रहो तप्त है हम।
तुम नहीं हो तो जिंदगी, जिंदगी लगती नहीं। तुम नहीं हो तो जिंदगी, जिंदगी लगती नहीं।
मंद-मंद मुस्कान मंद-मंद मुस्कान