जिंदगी
जिंदगी

1 min

126
दो पल की इस जिंदगी में,
रहे सदा 36 का आंकड़ा बनकर।
कभी खुद को रुलाकर
कभी दूसरों को सता कर।
दो पल की इस जिंदगी में,
रहे सदा 36 का आंकड़ा बनकर।
कभी खुद को रुलाकर
कभी दूसरों को सता कर।