जिंदगी
जिंदगी


जिंदगी दुःख सुख के समाहार है
लेकिन किस्मत के ये कैसे खेल है
किसी की जिंदगी खुशियों से भरपूर है
तो किसी के दुःख के लहर है
फिर भी हमें हँस कर कहना है
ये जिंदगी तू जैसी भी है
हमें तू मंजूर है .....हमें तू मंजूर है।
जिंदगी दुःख सुख के समाहार है
लेकिन किस्मत के ये कैसे खेल है
किसी की जिंदगी खुशियों से भरपूर है
तो किसी के दुःख के लहर है
फिर भी हमें हँस कर कहना है
ये जिंदगी तू जैसी भी है
हमें तू मंजूर है .....हमें तू मंजूर है।