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Pallavi Goel

Abstract Inspirational

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Pallavi Goel

Abstract Inspirational

ज़िंदगी तेरा शुक्रिया

ज़िंदगी तेरा शुक्रिया

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जिंदगी तेरा शुक्रिया 
जो तूने मुझे चुना
जब तूने खुशियाँ दीं
 मैंने आसमान छुआ।
जब दु:ख दिए तूने ,
मैं अंतस को छुआ।
भीतर -बाहर दोनों का 
रस ,भर -भर के पिया। 
तू जो भी दे मुझे, 
दिल से स्वीकार है ।
तेरे हर रंग का मुझे ,
रहता इंतजार है।


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