STORYMIRROR

Pallavi Goel

Inspirational

4  

Pallavi Goel

Inspirational

जीवन अपने सम

जीवन अपने सम

1 min
277


जीवन के इस कठिन सफर में,

चलते जाना मुश्किल जग में।

राह में कई बवंडर होंगे ,

कई शांत से झोंके भी।

कई राह के रोड़े होंगे ,

कई मील के पत्थर भी।

कई संविधान होंगे हम पर,

कई नियम हल्के-फुल्के से।

सोच हमारी अपनी है,

 क्या ले क्या ठुकरा दे हम।

हर एक बहती सरिता में,

न कोई समरस धारा है।

क्या बोएँ, उगाएँ ,काटे खाएँ

यह अधिकार हमारा है।

आओ इस जटिल गुत्थी को ,

खुद से खुद सुलझा ले हम।

जीवन को अपने सम ही

जी कर हम दिखला दे बस।



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Inspirational